फटेले निरोध के नतिजे!
चूत का मेन्डक…
अबला नारी, तेरे बबले भारी...
चुत के पसीने में तले हुए भजिए...
चुल्लू भर मुँह में डूब मार!
काली चूत के सफ़ेद झांट…
गोटे कितने भी बड़े हो, लंड के नीचे ही रहते हैं..
ना चूत, ना चोचे, और नखरे नूरजहाँ के!
तेरी गांड में कुत्ते का लंड…
तेरी झातें काट कर तेरे मुंह पर...